बेमतलब सी दुनिया में वह ही हमारी शान हैं !!
किसी शख़्स के वजूद की पिता ही पहली पहचान हैं !!
खून का भी एक रंग होता हैं !!
पुत्र पिता का अंग होता हैं !!
न रात दिखाई देती है न दिन दिखाई देते हैं !!
पिता को तो बस परिवार के हालात दिखाई देते हैं !!
बेटे होने का फ़र्ज कभी तुम भी निभाना !!
जब पिता ना कहे तो उनकी मजबूरी समझ जाना !!
पिता हारकर बाज़ी हमेशा मुस्कुराया !!
शतरंज की उस जीत को मैं अब समझ पाया !!
shayari for father in hindi
पिता की नजरें थोड़ी शक्की होती हैं !!
पर उनके गुस्से में बेटे की तरक्की होती हैं !!
वहीं श्रवण कुमार बन पायेंगें !!
जो पिता के एहसानों का कर्ज चुकायेंगे !!
मुझे मोहब्बत है अपने हाथों की सब ऊँगलियों से !!
ना जाने पापा ने कौनसी ऊँगली को !!
पकड़कर मुझे चलना सिखाया था !!
पिता उस दीये की तरह हैं !!
जो खुद जलकर
औलाद का जीवन रौशन करते हैं !!
लबों पे मुस्कान ले के आती हैं !!
और आंखों को नम कर के जाती हैं !!